MI are peaking at the right time, a revival that's quite akin to their triumphant campaign in 2015 when the Rohit Sharma-led side won seven of their last eight matches en route the title. Both teams have four matches left in the round-robin league, but KKR have won five matches one more than MI as a loss for any of the two sides may complicate their play-off aspirations.
मुंबई में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली हार के बाद केकेआर को अब चार गेमों से कम से कम तीन में जीत की जरूरत है ताकि वे प्ले-ऑफ में आसानी से जगह बना सकें। वहीं दूसरी तरफ मुंबई ने भी किंग्स इलेवन पंजाब और कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ दो लगातार जीत हासिल कर अपने आप को प्लेऑफ की दौड़ में बनाए रखा है। हालांकि मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा भले ही फ्लॉप चल रहे हों लेकिन उनको उम्मीद है कि उनकी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है जो उनकी टीम के लिए फायदेमंद है।